बिहार न्यूज़ डेस्क सूबे में कोविड 19 के बढ़ते प्रभाव को लेकर राज्य सरकार ने सभी जिले को मुकम्मल तैयारी की हिदायत दी गयी है. मगर इसकी जमीनी सच्चाई कटिहार में कुछ और है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि रैपिड एंटीजन से जांच व आरटीपीसीआर सैम्पल लिया जा रहा है. पूर्व से चल रही जांच की संख्या में वृद्धि करने का भी आदेश दिया गया है.
इसके बावजूद भी जिला के अधिकांश पीएचसी प्रभारियों द्वारा इस ओर गंभीरता नहीं बरती जा रही है. इस तरह के मामले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक दिनी रिपोर्ट में भी सामने आये हैं. जहां जांच के नाम कहीं कहीं पर जीतोड़ मेहनत की जा रही है. वहीं दूसरी ओर कई पीएचसी प्रभारियों द्वारा जांच के नाम पर कोरम पूरा किया जा रहा है. जिसका नतीजा है कि उक्त दिवस पर जांच के नाम पर खाता तक खोलने में असफल साबित हुआ है. जिला स्तर से रैपिड एंटीजन किट से जांच को लेकर जारी आंकड़े पर गौर करें तो दस अप्रैल को मनसाही पीएचसी सबसे अधिक 225 लोगों की जांच की गयी है. जबकि सबसे कम सदर पीएचसी द्वारा उक्त दिवस पर एक भी खाता तक नहीं खोला गया. जो गंभीर विषय ही नहीं बल्कि जांच का विषय भी है. ऐसा स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों व पदाधिकारियों का मानना है. जिला स्तर पर जारी रैपिड एंटीजन किट जांच को लेकर किये गये जारी आंकड़ों में सबसे अधिक मनसाही पीएचसी 225 और सबसे कम पीएचसी सदर प्रखंड में शून्य है. जबकि कुल जांच 1724 है. वहीं 18 पीएचसी व सदर पीएचसी में को 1724 केवल रैपिड एंटीजन किट से जांच की गई है.
कटिहार न्यूज़ डेस्क