सूर्यदेव को नवग्रहों का राजा कहते हैं. इनकी पूजा और उपासना का भी विशेष महत्व है. सूर्य देव को सुबह जल चढ़ाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. जानें सूर्यदेव की पूजा विधि और क्यों हैं नवग्रहों के देव.
1. सूर्य को मानते हैं नवग्रहों में प्रथम ग्रह
पिता-पुत्र के संबंधों में विशेष लाभ के लिए सूर्य साधना पुत्र करने की मान्यता है. साथ ही, जिन्हें संतान नहीं होती उन्हें भी सूर्य की पूजा करने से लाभ होता है.
अगर सच्चे मन से रोज सुबह नहाकर सूर्य देव को जल अर्पित किया जाए, तो मनचाही इच्छा पूरी होती है. माना जाता है कि सूर्य देव की पूजा के लिए सिर्फ सच्ची श्रद्धा होनी चाहिए.
ऐसा कहा जाता है किअगर किसी पर सूर्य की कृपा होती है, तो उसके सभी बिगड़े हुए काम जल्दी पूरे होने लगते हैं. हर काम में सफलता मिलती है और यश भी होता है.