मॉस्को. यूक्रेन पर हमले के बाद से अमेरिका की अगुवाई वाले नाटो को परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दे रहे रूस ने अब इसे अमली जामा पहनाने का काम शुरू कर दिया है. जिससे दुनिया में एक एटमी जंग होने का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. रूस ने गुरुवार को बेलारूस में सामरिक परमाणु हथियारों को तैनात करने की योजना को आगे बढ़ा दिया है. वहीं बेलारूस के नेता ने कहा कि वारहेड पहले से ही इसके लिए चल चुके थे. रूस ने 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद से देश के बाहर पहली बार इस तरह के बमों की तैनाती की है.रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कहना है कि पिछले साल फरवरी में यूक्रेन में उनके सैनिकों को भेजे जाने के बाद से अमेरिका और उसके सहयोगी रूस के खिलाफ एक लगातार तेज होते प्रॉक्सी वार को लड़ रहे हैं. बहरहाल परमाणु हथियारों की तैनाती के लिए योजना की घोषणा व्लादिमीर पुतिन ने 25 मार्च को सरकारी टेलीविजन के साथ एक साक्षात्कार में की थी. जबकि रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने मिन्स्क में बेलारूस (Belarus) के रक्षामंत्री के साथ एक बैठक में कहा कि पश्चिम देश सामूहिक रूप से हमारे देशों के खिलाफ एक अघोषित युद्ध को चला रहे हैं. यह सब यूक्रेन में सशस्त्र संघर्ष को लंबा खींचने के लिए किया जा रहा है.बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा कि व्लादिमीर पुतिन ने इसके लिए एक आदेश पर हस्ताक्षर किए थे. जिसके बाद सामरिक परमाणु हथियार पहले से ही इस योजना के हिसाब से आगे बढ़ रहे थे. हालांकि क्रेमलिन से ही इसकी पुष्टि नहीं हुई थी. वहीं रूसी रक्षा मंत्री शोइगु ने कहा कि वे जिन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर रहे थे, वे बेलारूस में एक विशेष सुविधा में सामरिक परमाणु हथियारों के भंडारण की प्रक्रिया से संबंधित थे. गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बार -बार चेतावनी दी है कि रूस खुद के बचाव के लिए सभी साधनों का उपयोग करेगा. उन्होंने यूक्रेन की जंग को एक आक्रामक पश्चिम के खिलाफ रूस के अस्तित्व के लिए एक जरूरी लड़ाई के रूप में पेश किया है.वहीं अमेरिका और उसके सहयोगियों का कहना है कि वे चाहते हैं कि यूक्रेन इस युद्ध में रूसी सेनाओं को हरा दे. मगर वे इस बात से इनकार करते हैं कि वे रूस को नष्ट करना चाहते हैं. पश्चिमी देश इस बात का लगातार खंडन करते हैं कि यूक्रेन युद्ध किसी भी तरह से नाटो के विस्तार से जुड़ा हुआ है. यह अभी भी साफ नहीं है कि रूसी सामरिक परमाणु हथियार बेलारूस में कब तैनात किए जाएंगे. जिसकी तीन नाटो सदस्यों- पोलैंड, लिथुआनिया और लातविया के साथ सीमाएं लगती हैं. बहरहाल ये परमाणु हथियार रूस के नियंत्रण में रहेंगे..