मंत्री ने ब्रीफिंग में कहा, हमने सोचा कि हमें पाकिस्तान के मामले और ²ष्टिकोण को न केवल भारतीय बल्कि अन्य प्रतिभागी देशों के सामने पेश करना चाहिए। सदस्य देशों के सभी विदेश मंत्रियों के साथ सकारात्मक बैठकें हुई। बिलावल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान 2026-2027 में एससीओ सम्मेलन की मेजबानी करेगा और उम्मीद है कि भारत भी बैठक में हिस्सा लेगा। गोवा बैठक के दौरान, बिलावल और जयशंकर ने कार्यक्रम के इतर कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं की थी। इससे पहले, 2011 में पाकिस्तान की तत्कालीन विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार शांति वार्ता के लिए भारत आई थीं। शंघाई में 15 जून, 2001 को स्थापित, एससीओ में मूल रूप से रूस, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल थे। बाद में भारत और पाकिस्तान इसके सदस्य बने।
–आईएएनएस
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