
टेक न्यूज़ डेस्क,Apple ने हाल ही में iPhone 15 सीरीज लॉन्च की है। एक तरफ नई सीरीज लॉन्च हुई तो दूसरी तरफ फ्रांस ने Apple के iPhone 12 की बिक्री पर रोक लगा दी। सरकार का दावा है कि यह उपकरण उच्च विकिरण उत्पन्न कर रहा है जो मानकों के अनुरूप नहीं है। दरअसल, फ्रेंच नेशनल फ्रीक्वेंसी एजेंसी ने Apple के iPhone 12 से निकलने वाले रेडिएशन को खतरनाक बताया और कहा कि इसकी SAR वैल्यू EU द्वारा तय की गई सीमा से ज्यादा है। जो लोग नहीं जानते कि यह मान क्या है, उनके लिए SAR का मतलब विशिष्ट अवशोषण दर है। यह एक उपकरण द्वारा उत्सर्जित रेडियो फ्रीक्वेंसी है जिसे हमारा शरीर अवशोषित करता है और इसे एसएआर में मापा जाता है।फ्रांसीसी एजेंसी के अनुसार, iPhone 12 की SAR दर 5 मिमी की दूरी पर 5.74 वॉट प्रति किलोग्राम है, जो EU द्वारा स्थापित सीमा से 1.74 वॉट अधिक है।
एप्पल ने दावे को खारिज कर दिया
Apple का दावा है कि iPhone 12 विकिरण मानकों को पूरा करता है और इसे अंतरराष्ट्रीय निकायों से प्रमाणन प्राप्त हुआ है। कंपनी ने बताया कि 2020 में लॉन्च किया गया यह मॉडल 2021 में फ्रांस में रेडिएशन परीक्षण में पास हो गया।फिलहाल चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि किसी भी तरह का कोई सबूत सामने नहीं आया है जो बताता हो कि इससे इंसानों को नुकसान हो रहा है।
आपको बता दें कि EU और वैश्विक विकिरण मानकों की दर सीमा में अंतर है। यूरोपीय संघ द्वारा स्थापित सीमा दुनिया के अन्य देशों की तुलना में कम है। फ्रांस के बाद अब अन्य देशों में भी विकिरण सीमा को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या वैश्विक विकिरण दर वास्तव में सुरक्षित है या नहीं। खैर, सेल फोन बेचने से पहले यह सुनिश्चित करने के लिए सभी परीक्षण किए जाते हैं कि स्मार्टफोन लोगों के स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है या नहीं। वहीं, इस मामले में फिलहाल WHO की ओर से कोई आपत्ति नहीं जताई गई है, जिससे पता चलता है कि रेडिएशन रेट तय सीमा से ज्यादा नहीं हुआ है.