निर्देशक महमूद अमीरी-मोघद्दाम ने ट्विटर पर कहा, ईरानी लोगों को आतंकित करने के इस क्रूर कृत्य की कड़ी निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह और ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खमेनेई के बीच अंतर यह है कि आईएस को एक आतंकवादी संगठन माना जाता है, जबकि खमेनेई का इस्लामिक गणराज्य जल्द ही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के सोशल फोरम की अध्यक्षता करेगा। आईएचआर द्वारा ट्विटर पर पोस्ट की गई एक तस्वीर में आंखों पर पट्टी बांधे एक व्यक्ति को दो जल्लादों के बगल में बालाक्लाव पहने हुए खड़ा दिखाया गया है। मानवाधिकार समूह के अनुसार, इस साल ईरान में 273 लोगों को मौत की सजा दी गई है, इसमें मई के पहले 20 दिनों में 106 लोगों को मौत की सजा दी गई है, जो पांच साल से अधिक समय में सबसे खूनी महीना है। 2010 से अब तक 7,264 लोगों को फांसी दी जा चुकी है।
–आईएएनएस
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