जिला चिकित्सालय पन्ना में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एलकेतिवारी ने कहा कि 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए मोबाइल का उपयोग करना बहुत ही घातक होता है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. श्री तिवारी ने कहा कि जो माता पिता अपने मासूम बच्चों को बचपन से मोबाइल हाथों में थमा देते हैं वह बच्चों के साथ बहुत ही बड़ी नाइंसाफी करते हैं।
मासूम बच्चों द्वारा मोबाइल का उपयोग करने से जहां बच्चों की आंखें कमजोर होने का खतरा होता है। वहीं बच्चों के अंदर चिडचिडापन स्वभाव व जिद्दीपन आ जाता है। मोबाइल का उपयोग करने वाले छोटे बच्चे कम उम्र से ही माता पिता को ब्लैकमेलिंग करने लगते हैं और जब बच्चों के अंदर मोबाइल बचपन से ही लेने की आदत हो जाती है और उसके दुष्प्रभाव उत्पन्न होने के बाद माता
पिता उनसे मोबाइल दूर करते हैं। तब ऐसी स्थिति में बच्चे डिप्रेशन में चले जाते हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एलके तिवारी ने कहा कि जो भी माता-पिता छोटे मासूम बच्चों के रोने पर उनके हाथों पर मोबाइल देकर के शांत कराते हैं। वह बहुत बड़ी भूल कर रहे हैं और अपने बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे। डॉ. तिवारी ने कहा कि समय रहते सचेत हो जाएं और अपने मासूम बच्चों से मोबाइल को दूर रखें जब तक बच्चों की उम्र 14 वर्ष से अधिक ना हो जाए तब तक उनको मोबाइल का उपयोग ना करने दें।