मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साधारण देसी शराब गुड़ और शीरे से बनाई जाती है. लेकिन इसको अधिक नशीला बनाने के चक्कर में इसमें यूरिया और बेसरमबेल की पत्तियां मिला दी जाती हैं जिससे यह ज्यादा नशीली हो जाती है.
लेकिन यह जहरीली भी हो जाती है.
रिपोर्ट में कहा गया कि नशे का असर तेज करने के लिए इसमें ऑक्सिटोसिन डाल दिया जाता है, जिससे लोग मर जाते हैं. ऑक्सिटॉसिन नपुंसक बनाने के साथ-साथ नर्वस सिस्टम को भी बुरी तरह प्रभावित करना है, जिससे आंखों और पेट में भी जलन हो सकती है. यहां तक कि आंखों की रोशनी भी हमेशा के लिए खत्म हो सकती है.
साधारण देसी शराब में यूरिया और ऑक्सिटॉसिन जैसी खतरनाक चीजें मिलाने की वजह से वह मिथाइल अल्कोहल बन जाता है, जिससे लोगों की मौत हो जाती है. रिपोर्ट के मुताबिक, देसी शराब में 95 प्रतिशत तक शुद्ध अल्कोहल होता है, जो गन्ने के रस, आलू, चावल, जौं, मक्का आदि से बनाया जाता है. लेकिन इसमें मेथेनॉल मिला दिया जाता है, जिस वजह से लोगों की मौत हो जाती है.