फिटकारी का इस्तेमाल सालों से किया जा रहा है किन्तु आज भी अनेक लोग इसके पुरे लाभों से अनजान है।विज्ञान की भाषा में इसे पोटैशियम एल्युमिनियम सल्फेट कहा जाता है, दरअसल, इस छोटे से सफेद जादुई पत्थर को फिटकरी कहा जाता है। मुख्यतः इसका इस्तेमाल दाढ़ी काटने के बाद कटे हुए स्थान पर किया जाता है ताकि वहाँ कोई इन्फेक्शन ना हो जाएँ, वहीँ कुछ लोग सुजन को कम करने के लिए इसका इस्तेमाल करते है। किन्तु इसकों अन्य कई तरीकों से भी इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि यह लाल व सफेद दो प्रकार की होती है।
#अगर आपको अधिक पसीना आता है तो आप नहाने से पहले पानी में थोड़ी फिटकरी मिला लें। इस तरह 1 सप्ताह नहाने से आपको अधिक पसीने की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
#अगर आपको सिर में जूओं की समस्या है तो आप 1 लीटर पानी में 15 ग्राम फिटकरी को घोलकर उससे अपने सिर को रोजाना साफ करें। एक सप्ताह के अंदर ही सारी जुएँ बाहर आ जायेगी और आपके सिर को आराम मिलेगा।
#सर्दियों के समय में पानी में ज्यादा काम करने से हाथों की उंगुलियों में सूजन या खुजली हो जाती है इससे बचने के लिए हो थोड़े पानी में फिटकरी को डालकर उबाल लें और अब इस पानी से उंगुलियों को धोने से सूजन और खुजली में काफी आराम मिल जाता है।
#यदि चोट या खरोंच लगकर घाव हो गया हो और उससे खून बह रहा हो घाव को फिटकरी के पानी से धोएं तथा घाव पर फिटकरी का चूर्ण बनाकर बुरकने से खून बहना बंद हो जाता है।
#फिटकरी और काली मिर्च पीसकर दांतों की जड़ों में मलने से दांतों की पीड़ा में लाभ होते है।
#आधा ग्राम पिसी हुई फिटकरी को शहद में मिलाकर चाटने से दमा और खांसी में बहुत लाभ मिलता है।
#दस्त और पेचिश की परेशानी से बचने के लिए थोड़ी फिटकरी को बारीक पीसकर भून लें और अब इस भुनी हुई फिटकरी को गुलाब जल के साथ मिलाकर पीने से खूनी दस्त आना बंद हो जाता है।