दोस्तो आज हम इस पोस्ट में वेस्टइंडीज क्रिकेट के मौजूदा धुरंधरों की बात नहीं कर रहे, बल्कि 31 साल पुराने दिन का जिक्र कर रहे हैं, जब तीन धुरंधरों के टेस्ट करियर का अंत हुआ था.
रिचर्ड्स, मार्शल और डुजॉन के संन्यास
1980 के दशक में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम की तूती बोलती थी. विंडीज टीम के सामने दुनिया की किसी भी टीम का टिकना आसान नहीं था. टीम के इस दमदार प्रदर्शन के पीछे कई बेहतरीन खिलाड़ी मौजूद थे, जिनमें सबसे बड़ा नाम थे- विव रिचर्ड्स. अपने दौर के महानतम बल्लेबाजों में से एक विव रिचर्ड्स ने 31 साल पहले यानी 1991 में आज ही के दिन अपने टेस्ट करियर का अंत किया था.
सिर्फ रिचर्ड्स ही नहीं, बल्कि वेस्टइंडीज के सबसे शानदार विकेटकीपर जैर डुजॉन और तूफानी रफ्तार के मालिक दिग्गज गेंदबाज मैल्कम मार्शल ने भी इसी दिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था. लंबे समय तक विंडीज क्रिकेट को जीत बुलंदियों पर पहुंचाने वाले और दुनियाभर के क्रिकेट फैंस का मनोरंजन करने वाले इन तीन श्रेष्ठ क्रिकेटरों को हालांकि, अपने आखिरी मैच में हार का सामना करना पड़ा.
हार के साथ करियर खत्म
असल में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच लंदन के ओवल मैदान में 12 अगस्त को पांचवें टेस्ट मैच का अंत हुआ था. इस टेस्ट में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रॉबिन स्मिथ के शतक की मदद से पहली पारी में 419 रन बनाए थे. इसके जवाब में कप्तान रिचर्ड्स, डेसमंड हेंस, रिची रिचर्डसन और जैफ डुजॉन जैसे बल्लेबाजों के बावजूद विंडीज टीम सिर्फ 176 रन पर ढेर हो गई।
रिचर्ड्स 2 रन ही बना सके. वेस्टइंडीज ने इसके बाद फॉलोऑन करते हुए दूसरी पारी में 385 रन बनाए, जिसमें रिचर्डसन ने शानदार121 रन बनाए, जबकि कप्तान रिचर्ड्स ने भी 60 रनों की पारी खेली. इंग्लैंड को 143 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उसने 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया और सीरीज ड्रॉ रही।