बिल गेटस ने एक बार कहा था कि अगर आप गरीब पैदा हुए हो तो इसमे आपकी गलती नही है लेकिन अगर आप गरीब मरते हो तो यह आपकी गलती है। मैने दर्जनो गरीब लोगों के जीवन को करीब से समझा तो मुझे उनमे कुछ बाते आम लगी और यही बातें उनको गरीबी से बाहर निकलने नही दे रही थी। गरीबी के हालात हमारी किस्मत के कारण नही बल्कि हमारे कर्मो के कारण बनते है। कुछ लोग तो पूरी जिंदगी गरीबी का रोना रोते रहते हैं और कुछ लोग उन्ही हालातों से प्रेरणा लेकर जीवन मे बहुत कुछ हासिल कर जाते हैं। आज मैं आपके 5 बातें बताता हूँ जो किसी को भी अमीर नही बनने देंगे, पूरी जिंदगी उसको गरीब ही रखेंगे। जब तक कोई इनका साथ नही छोड़ेगा तब तक गरीबी उसका दामन नहीं छोड़ने वाली।
मांगने वाला हाथ जब तक किसी का हाथ दूसरों के सामने मांगने के लिए बढ़ता रहेगा वह गरीबी से जंग नही जीत सकता। ऐसा व्यक्ति हमेशा दूसरों से उम्मीद रखता है कि वो उसको कुछ ना कुछ दें। वह सेल्फ फोकस होता है। अपनी तरफ से वह कुछ देना नही चाहता लेकिन दूसरों से उम्मीद रखता है कि वो उसको सब कुछ दे दें। वह यह देखता है कि दूसरों से कैसे लिया जाए लेकिन उसको पहले क्या देना है इसको कभी नही देखता। वह स्वार्थी होता है वह कहता है कि पहले तुम मेरे लिए कुछ करो फिर मैं तुम्हारे लिए कुछ करने का सोचता हूँ, करता नही है केवल सोचता है। वह दूसरों से मांगने के अवसर की तलाश मे रहता है। अगर गरीबी से बाहर निकलना हो तो मांगने वाला हाथ नही देने वाला हाथ बढ़ाओ। जो दूसरों को कुछ देने की हिम्मत रखता है किस्मत उसकी बहुत कुछ देती है। मांगने वाला भूखा रह सकता है लेकिन दाता कभी भूखा नही रह सकता। जिंदगी हमे अपने पास से कुछ नही देती बल्कि जो हम उसको देते है उसका कई गुणा करके हमे वापिस करती है। देने का मतलब यह नही कि अपना सब कुछ दे दो, देने का मतलब है जो भी आपके लिए संभव हो चाहे वो कितना भी छोटा योगदान हो, उसको देने के लिए तैयार रहना। जब दूसरों के साथ कुछ बांटा जाता है तो वह हमारी आत्मा को बहुत सकून देता है। हमारें अंदर अमीर होने की भावना आएगी। भगवान उसको देता है जो दूसरों मे बांटता है। भगवान कुछ देने के लिए खुद नही आता बल्कि वह किसी को जरीया बनाता है। अगर आप वो जरीया बनते हो तो भगवान का सीधा संपर्क आपसे हो जाएगा। वह आपको ओर देगा ताकि आप ओर ज्यादा दूसरों मे बांट सको। इसका अर्थ है कि बांटने का सीधा संबंध पाने से है। जितना आप दूसरों के साथ बांटोगे उतना ज्यादा भगवान आपको देगा। अगर आपके पास पैसा नही है तो हो सकता है आपके पास ज्ञान हो या कोई हुनर हो, उसको दूसरों के साथ बाटों, प्यार बांटो दूसरों के साथ। दूसरों को बांटने का मतलब केवल धन से नही है बल्कि जो भी आप बांट सकते हो। दिल बड़ा रखो भगवान आपकी जेब बड़ी कर देगा। इसलिए जीवन मे कभी मांगने वाला हाथ नही देने वाला हाथ बढ़ाओ।
बुरी आदतों के प्रति समपर्ण बुरी आदतों के प्रति समपर्ण हमे उन अच्छी आदतों से दूर ले जाता है जो हमारे हालात बदली कर सकती हैं। हमारी आदतें हमारे जीवन का दपर्ण है। हमारी आदतें ही हमारा भविष्य निर्धारित करती है। अमीर बनना है तो अमीर लोगों वाली आदतें भी अपनानी पड़ेगी। ऐसी आदतें होनी चाहिए जो गरीबी से बाहर निकलने मे मदद कर सके ना कि ओर गरीब बनाती जाएं। बहुत सारे लोग होते है जो हर रोज 200 रूपए शराब या जुए के लिए तो निकाल सकते हैं लेकिन 50 रूपए बच्चों के खाने के लिए नही निकाल सकते, 50 रूपए की बचत नही कर सकते। 50 रूपए की सब्जी उनको मंहगी लगती है लेकिन 200 रूपए की शराब की बोतल उनको सस्ती लगती है। वो शराब की दुकान पर तो सुबह चार बजे पहुँच जाएंगे लेकिन अपने काम पर कभी समय पर नहीं पहुँचेंगे। जितना समपर्ण बुरी आदतों के लिए है उतना समपर्ण अपने काम के प्रति रखो। हालात काम ने बदली करने है बुरी आदतों ने नही। जितना आप काम के प्रति समर्पित रहोगे उतना आपका काम आपको कमा कर देगा। गरीब लोग जुआ खेलने और शराब पीने के लिए समय और पैसा निकालते है लेकिन वो कभी उन चीजों के लिए समय और पैसा नही निकालते जो उनको गरीबी से ऊपर उठा सकती हैं। वो लोग उन लोगों की संगत मे रहते है जो उनको बुरी आदतों की तरफ लेकर जाते है। ना तो वो कभी अपनी आदतें बदली करते है और ना ही अपनी संगत। हालात तब तक बदली नहीं होंगे जब तक आदतें बदली नही होती।