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कुलदीप यादव और चहल भारत के लिए अब कभी एक साथ नहीं खेलेंगे, संजय मांजरेकर ने बताया- क्यों?

क्रिकेट:  भारत के लिए सफेद गेंद के क्रिकेट में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी ‘कुल्चा’ के नाम से काफी मशहूर थी. इन दो स्पिनर्स को सफेद गेंद क्रिकेट की हर प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाता था. हालांकि, अब चीजें बदल चुकी हैं. इस पॉपुलर स्पिन जोड़ी को अब फैन्स एक साथ कम ही खेलते हुए देखते हैं. पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है. मांजरेकर ने बताया है कि क्यों मैनेजमेंट एक टी20 मैच में अब इस जोड़ी को नहीं उतार सकता है।

संजय मांजरेकर ने स्पोर्ट्स 18 से कहा कि वह चहल और यादव को एक साथ खेलते नहीं देख रहे हैं. कम से कम टी20 इंटरनेशनल में. उनका मानना ​​है कि अक्षर पटेल चहल के साथ खेलेंगे या फिर आर अश्विन और चहल होंगे. मांजरेकर ने कहा कि ऐसी संभावना नहीं है कि चहल और यादव को एक साथ खेलते देखा जा सकता है. उन्होंने कहा, ”मुझे नहीं लगता कि कुलदीप और चहल का संयोजन भारत के लिए दोबारा खेलेगा. कम से कम टी20 क्रिकेट में जहां चहल और कुलदीप यादव दोनों एक साथ दो स्पिनरों के रूप में खेलते रहे हों।

अब शायद 50 ओवर के क्रिकेट में साथ खेले ‘कुल्चा’
उन्होंने आगे कहा, ”या तो अक्षर पटेल या चहल होंगे या अश्विन या चहल होंगे. यदि अगर चहल अनफिट हैं, तो वे कुलदीप यादव को किसी एक गेम में जुए के रूप में खिला सकते हैं. मैं चहल और कुलदीप को फिर से एक साथ खेलते हुए नहीं देखता हूं. शायद 50 ओवर के क्रिकेट में वे ऐसा करेंगे.”

चोट की वजह से वापसी नहीं कर पाए कुलदीप

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2022) दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए कुलदीप यादव ने शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने 21 विकेट झटके थे. ऐसे में कुलदीप से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सफेद गेंद की सीरीज में टीम में वापसी की उम्मीद की जा रही थी. हालांकि, एक प्रैक्टिस सेशन के दौरान हाथ में चोट लगने के बाद स्पिनर को सीरीज से बाहर कर दिया गया था।

अश्विन को किफायती होने की कला में महारत हासिल है।

मांजरेकर ने अनुभवी भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की तारीफ की. उन्होंने कहा कि जब वह चहल के साथ खेल रहे होते हैं तो उन्हें अपनी गेंदबाजी पसंद होती हैं. उन्होंने कहा, ”मुझे अश्विन पसंद है, जब वह चहल जैसे किसी के साथ होते हैं. इसलिए, मैच के रुख को बदलने की जिम्मेदारी अश्विन पर नहीं है. आप जानते हैं टी20 क्रिकेट में स्पिनर का काम मिडिल ऑर्डर में दक्षिण अफ्रीका के शम्सी और केशव महाराज की तरह विकेट हासिल करना है.”

उन्होंने कहा, ”वहीं टी20 स्पिनर के तौर पर अश्विन में थोड़ी कमी थी. उन्होंने इकोनॉमी पर बहुत फोकस किया, लेकिन जब आपके पास चहल जैसा कोई हो, या कोई और विकेट लेने वाला कलाई का स्पिनर हो, तो अश्विन कॉम्प्लीमेंट बन जाते हैं. क्योंकि अश्विन ने टी20 क्रिकेट में किफायती होने की कला में महारत हासिल कर ली है।

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