बिहार में तीन दिनों से जारी राजनीतिक (Politics Of Bihar) घटनाक्रम के बाद अब नीतीश-तेजस्वी सरकार करीब पांच साल बाद दोबारा बनने जा रही है. इसकी रूपरेखा भी तय हो गई है. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) नई सरकार के गठन के लिए राज्यपाल फागू चौहान को महागठबंधन के 164 विधायकों का समर्थन पत्र सौंप चुके हैं और आज वो नई सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में 8वीं बार शपथ लेंगे. ये तय है कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (RJD Leader Tejashwi Yadav) बनेंगे, हालांकि गृह विभाग भी उन्हीं को दिए जाने की चर्चा है. मंत्रिमंडल में तमाम विभाग किस पार्टी और नेता के पास जाएंगे, इसका फॉर्मूला(Mahagathbandhan Cabinet Formula) भी तय हो गया है
बिहार में राजनीति का केंद्र बिंदु फिलहाल राबड़ी आवास बना हुआ है, सरकार गिरने से लेकर गठन तक की तमाम अहम बैठक राबड़ी आवास पर हुई, नीतीश कुमार राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद सीधे राबड़ी आवास पहुंचे और पुरानी बातों को भूलने की बात कही, वहीं देर रात राबड़ी आवास पर ही बैठकों का दौर चला और नई सरकार के चेहरों पर मुहर लग गई. सूत्रों के मुताबिक जेडीयू को एक दर्जन विभागों का जिम्मा मिल सकता है तो आरजेडी और कांग्रेस को 20 विभाग दिए जा सकते हैं. वहीं, बीजेपी कोटे के तमाम मंत्री पद को आरजेडी और अन्य पार्टियों के बीच स्थानांतरित करने की चर्चा है
सूत्रों के मुताबिक बिहार में मुख्यमंत्री समेत 36 मंत्री नई सरकार में हो सकते हैं. राजद का दावा 19 से 20 मंत्री पद का है. हालांकि, जदयू की ओर से उन्हें 18 मंत्री पद दिए जाने की बात कही जा रही है. वहीं, कांग्रेस को 3 मंत्री पद मिल सकता है. जीतन राम मांझी की पार्टी हम को एक मंत्री पद मिल सकता है. वहीं, जदयू को मुख्यमंत्री समेत 13 से 14 मंत्री पद दिए जा सकते हैं. राजद की दावेदारी गृह के साथ-साथ वित्त, वाणिज्य, पथ निर्माण, स्वास्थ्य, परिवहन विभाग पर है. कांग्रेस को शिक्षा विभाग मिल सकता है. वहीं, जदयू के खाते में नगर विकास, खनन, कल्याण जैसे विभाग रह सकते हैं.
नीतीश ने मंगलवार को दिया था इस्तीफाः साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार में मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार ने 25 नवंबर 2020 को शपथ ली थी. इसके बाद से ही भारतीय जनता पार्टी से उनके रिश्ते अच्छे नहीं रहे और आखिरकार वही हुआ जिसकी चर्चा काफी दिनों से थी. बीते मंगलवार को जनता दल यूनाइटेड ने एनडीए गठबंधन से नाता तोड़ने का फैसला किया और हुआ नीतीश कुमार बीजेपी का साथ छोड़ महागठबंधन के हो गए. उसके बाद राजद और जेडीयू के बीच सत्ता में साझेदारी को लेकर भी बात बन गई. आज सीएम और डिप्टी सीएम के शपथ ग्रहण के साथ ही नई सरकार अस्तित्व में आ जाएगी.